उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार में जोर-शोर से लगी कांग्रेस पार्टी ने अपने सभी चुनावी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है. यह फैसला यूपी के बरेली में कांग्रेस की ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ मैराथन में सैंकड़ों की संख्या में बिना मास्क के लड़कियों और महिलाओं के हिस्सा लेने और भगदड़ जैसे हालात बनने के बाद लिया गया है.
वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी नोएडा में गुरुवार को होने वाली रैली कैंसिल कर दी है. बताया जा रहा है कि नोएडा में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से यह फैसला लिया गया है. नोएडा में पूरे राज्य में सबसे ज्यादा कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान के हवाले से लिखा है, ‘कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री मेरठ मंडल के करीब 2000 छात्रों को टैबलेट और स्मार्टफोन का वितरण करने वाले थे. इस दौरान मुख्यमंत्री नोएडा प्राधिकरण की करीब 400 करोड़ रुपए की परियोजनाओं तथा ग्रेटर नोएडा के लिए करीब 600 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शुभारंभ व लोकार्पण करने वाले थे.’
हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कांग्रेस की तरह क्या भाजपा भी अपनी सभी चुनावी कार्यक्रम रद्द करेगी. क्योंकि चुनावी रैलियों में हजारों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं, ऐसे में कोविड-19 प्रोटोकॉल सुनिश्चित करना मुश्किल होता है. भारत में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच इतनी भीड़ जुटना एक चिंता की वजह है.
मंगलवार को कांग्रेस की बरेली मैराथन से डरावने वीडियो सामने आए थे, जिनमें हजारों की संख्या में महिलाएं और लड़कियां बिना मास्क के पहुंच गई थी. कई शहरों में आयोजित की जा रही मैराथन में पहले भी कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ती हुई नजर आई थीं. मंगलवार को बरेली में जब मैराथन शुरू की गई थी, आगे की लड़कियां फिसल कर गिर गईं और उसके बाद एक-एक करके करीब 15-20 लड़कियां सड़क पर गिर गई थीं. इसमें तीन छात्राओं को चोट पहुंची थीं.